क्या आप यस बैंक की जानकारी पाना चाहते है तो आप बिल्कुल सटीक जगह पर आए है। इस आर्टिकल में आपको बताया जाएगा की यस बैंक का इतिहास क्या है और यस बैंक का पतन कैसे हुआ था? इसके साथ यस बैंक से लोन लेने वाली दिवालिया कंपनी के नाम भी पता चलेंगे।
अंत में यस बैंक से सम्बंधित कुछ सवाल और उनके जवाब भी देखेंगे। जिन्हे पढ़ कर आप यस बैंक के बारे में और अच्छी तरह समझ जाएंगे। कुलमिलाकर इस आर्टिकल में आपको यस बैंक की जानकारी मिलेगी।
यस बैंक की जानकारी।
यस बैंक भारत का निजी क्षेत्र का बैंक है जिसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है। यस बैंक की स्थापना 2004 में राणा कपूर और अशोक कपूर ने मिलकर की थी। इसके बाद 2008 में 26/11 आतंकी हमले में अशोक कपूर की मृत्यु हो गई थी।
अशोक कपूर की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी मधु कपूर और राणा कपूर के बीच क़ानूनी विवाद शुरू हो गया। जिसमें मधु कपूर अपनी बेटी शगुन गोगिया को निदेशक मंडल (board of director) में शामिल करना चाहती थी। जबकि बोर्ड के सदस्य इस बात के लिए राजी नहीं थे।
इसके बाद यह लड़ाई कोर्ट तक गई और कई साल तक चलती रही। इसके बाद 20 अगस्त 2018 को अदालत ने अपना फैसला राणा कपूर के हक़ में सुनाया और उन्हें कोर्ट के अगले आदेश तक यस बैंक का MD और CEO बने रहने की मंजूरी दे दी।
राणा कपूर जो की यस बैंक के सीईओ और एमडी का पद संभाल रहे थे बड़ी ही जोखिम भरी नीति को अपना कर लोगो और बड़ी बड़ी कंपनी को बिना सोचे समझे लोन दे रहे थे। ऐसा करने से बैंक का NPA बढ़ गया। जिससे बैंक लगातार नुकसान में ही जा रहा है। इस पर भी राणा कपूर रुके नहीं और लोगो को लोन बांटे जा रहे थे।
इसके बाद साल 2017 में आरबीआई का ध्यान यस बैंक पर और उसके बढ़ते एनपीए पर गया। इसके साथ आरबीआई ने ये भी ध्यान किया की यस बैंक जितना एनपीए बता रहा है यह आंकड़ा उससे कही ज्यादा है और यह अंतर लगभग 3 हजार करोड़ का था।
सितम्बर 2018 को आरबीआई ने यह आदेश दिया की अब राणा कपूर को यस बैंक का सीईओ और एमडी पद छोड़ना पड़ेगा। और जनवरी
2019 से अब राणा कपूर यस बैंक के सीईओ नहीं बने रहेंगे। इसके बाद 31 जनवरी 2019 को राणा कपूर सीईओ पद से हटा दिया गया।
राणा कपूर को सीईओ पद से हटाने के बाद यस बैंक के शेयर और निचे गिर गए। बड़े बड़े निवेशकों ने अपना पैसा निकाल लिया। लोग शेयर बेचने लगे और ग्राहक अपना पैसा बैंक से निकालने लगे जिससे बैंक की हालत और बुरी हो गई।
इसके बाद आरबीआई ने बैंक पर प्रतिबन्ध लगा दिया की अब ग्राहक सिर्फ 50 हजार तक अपना पैसा बैंक से निकाल सकते है। यस बैंक के एटीएम बंद हो गए, नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग को बंद कर दिया गया। अब पैसा निकालने का केवल एक ही तरीका था और वह बैंक था। इससे बैंक के बाहर बड़ी भीड़ लग गई।
बैंक के बाहर बढ़ती भीड़ ने लोगो के मन में और डर बड़ा दिया और इस तरह यस बैंक की हालत दिन ब दिन ख़राब होती गई।
5 मार्च 2020 को बैंक के पतन से बचने के प्रयास में, जिसमें अत्यधिक मात्रा में खराब ऋण थे, भारतीय रिजर्व बैंक ने इसे अपने नियंत्रण में ले लिया। इसके बाद आरबीआई ने बोर्ड का पुनर्निर्माण किया और एसबीआई के पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी प्रशांत कुमार को यस बैंक में नए MD और CEO के रूप में नियुक्त किया।
इसके बाद 8 मार्च 2020 में ED ने राणा कपूर को काले धन को वैध बनाने (money laundering) के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल राणा कपूर के खिलाफ सीबीआई जांच चल रही है।
यस बैंक भारतीय स्टेट बैंक का एक सहयोगी है जिसकी 28 जुलाई 2020 तक कंपनी में 30% हिस्सेदारी है। LIC के पास 4.99% हिस्सेदारी है। इसके अलावा SBI Life Insurance के पास 1.54% की हिस्सेदारी है।
इस प्रकार यस बैंक के 36% शेयर सरकारी कंपनी के पास है और पब्लिक के पास यस बैंक के 39.56% के शेयर है। इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक के पास 3.99%, एक्सिस बैंक के पास 2.39%, बंधन बैंक के पास 1.20% और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के पास 1.15% शेयर है।
फ़िलहाल यस बैंक की हालत पहले से बेहतर है लेकिन यह अभी भी पूरी तरह से बहाल नहीं हुआ है।
यस बैंक से लोन लेने वाली दिवालिया कंपनी।
यस बैंक से लोन लेने के बाद खुद को दिवालिया घोषित करके लोन न चुकाने वाली कंपनी की निचे सूचि दी गई है।
- Dewan Housing Finance Corp. Ltd
- Infrastructure Leasing and Financial Services Ltd
- Anil Ambani’s Reliance Group
- Subhash Chandra’s Essel Group
- Omkar Realtors & Developers
- Jet Airways
- Kerkar Group
- Radius Developers
- CG Power
- Cox and Kings
इन कंपनी के अलावा और भी कई कंपनी है जिसने यस बैंक से लोन लेने के बाद पैसा वापस नहीं किया।
FAQs
YES Bank की Full Form क्या है?
YES Bank की Full Form “Youth Enterprise Scheme Bank” है।
YES Bank Full Form in Hindi क्या है?
यस बैंक की फुल फॉर्म हिंदी में “युवा उद्यम योजना बैंक” है।
यस बैंक सरकारी है या प्राइवेट?
यस बैंक निजी बैंक (Private Bank) है।
यस बैंक की टैगलाइन क्या है?
यस बैंक की टैगलाइन है “Experience our expertise” जिसका मतलब होता है “हमारी विशेषज्ञता का अनुभव करें“
यस बैंक की स्थापना कब हुई?
यस बैंक की स्थापना 2004 में हुई थी।
यस बैंक का मुख्यालय कहां है?
यस बैंक का मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है।
यस बैंक का सीईओ कौन है?
वर्तमान में प्रशांत कुमार यस बैंक के सीईओ है।
यस बैंक का मालिक कौन है?
यस बैंक का मालिक राणा कपूर है।
यस बैंक के स्थापक स्वर्गीय अशोक कपूर की मृत्यु कैसे हुई थी?
अशोक कपूर की मृत्यु मुंबई 2008 आतंकी हमले से हुई थी।
भारत में यस बैंक की कुल कितनी ब्रांच है?
भारत में यस बैंक की कुल 1000 से ज्यादा ब्रांच है।
यस बैंक क्यों गिर रहा है?
यस बैंक के गिरने के पीछे यस बैंक की जानकारी आप ऊपर आर्टिकल में पढ़ सकते है।
क्या यस बैंक का शेयर खरीदना चाहिए?
यह पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है। आप अच्छी तरफ मार्किट को देख कर इसका फैसला ले सकते है।
मुझे उम्मीद है की ऊपर बताई हुई यस बैंक की जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। और अब आप यस बैंक के बारे में अच्छी तरह समझ गए होंगे। अगर अब भी आपका यस बैंक से संबंधित कोई भी सवाल है तो आप हमे निचे कमेंट करके पूछ सकते है।
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