इस आर्टिकल में आपको विस्तार से बताया जाएगा की पोस्ट ऑफिस में कितने साल में पैसा डबल होता है? इसके साथ आपको पोस्ट ऑफिस की स्कीम भी बताई जाएगी। जिनसे आप अपने लिए एक बेहतर स्कीम को चुन सकते है।
क्या आप भी पोस्ट ऑफिस की कोई बेहतरीन स्कीम की खोज कर रहे है जिससे आप अपने पैसे को कम समय में दुगना कर सके। तो आप बिल्कुल ठीक जगह पर आए है।
पोस्ट ऑफिस अपने ग्राहकों को विभिन्न प्रकार की स्कीम प्रदान करते है जिससे ग्राहक अपने पैसे को अपनी सुविधानुसार निवेश कर सके। और अपने पैसे से ब्याज अर्जित कर सके। आप अपनी जरूरत के अनुसार अपनी स्कीम का चुनाव कर सकते है।
पोस्ट ऑफिस में कितने साल में पैसा डबल होता है?
पोस्ट ऑफिस की स्कीम में पैसा दोगुना होने में कितने साल लगते हैं, यह पोस्ट ऑफिस स्कीम पर निर्भर करता है। प्रत्येक योजना की एक अलग ब्याज दर और कार्यकाल होता है, जो पैसे को दोगुना होने में लगने वाले समय को निर्धारित करता है।
उदाहरण के लिए, पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट में निवेश किया गया पैसा 124 महीने या लगभग 10 साल और 4 महीने में दोगुना हो जाता है। वही नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम में निवेश किया गया पैसा 118 महीने या लगभग 9 साल 10 महीने में दोगुना हो जाता है।
अगर आप अपने पैसे को डबल करना चाहते है तो आप नीचे दी गई पोस्ट ऑफिस की स्कीम को देख सकते है और अपनी जरुरत के अनुसार अपनी स्कीम का चयन कर सकते है।
डाकघर बचत खाता (Post Office Savings Account)
डाकघर बचत खाता एक बुनियादी बचत खाता है जिसे 500 रुपये की न्यूनतम जमा राशि के साथ खोला जा सकता है। यह खाता 4% प्रति वर्ष की ब्याज दर प्रदान करता है, जिसका भुगतान सालाना किया जाता है।
खाताधारक अपनी आवश्यकता के अनुसार खाते से पैसा निकाल सकता है। यह खाता व्यक्तिगत या संयुक्त रूप से खोला जा सकता है या फिर व्यक्तिगत खाते को संयुक्त खाते (joint account) में बदला भी किया जा सकता है।
पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट में पैसा डबल होने में लगभग 18 साल लगते है क्योंकि पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट में ग्राहकों को केवल 4% ब्याज दर ही मिलता है। किसी भी सेविंग्स अकाउंट की तरह ही पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट में भी बहुत ही कम ब्याज दर मिलती है। अपने पैसे को डबल करने की यह सबसे लम्बी और बेकार प्रक्रिया है।
सेविंग्स अकाउंट में पैसे रखने से बेहतर है की आप कोई भी एफडी करवा ले, जिससे आपके पैसे एक अच्छी ब्याज दर से बढ़ते रहे।
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट (Post Office Time Deposit Account)
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट भारतीय डाक सेवा द्वारा दी जाने वाली एक सावधि जमा योजना है। यह योजना व्यक्तियों को एक निश्चित अवधि के लिए अपनी बचत जमा करने और उसी पर ब्याज अर्जित करने की अनुमति देती है। इस खाते पर ब्याज दरें भारत में अधिकांश वाणिज्यिक बैंकों द्वारा दी जाने वाली ब्याज दरों से अधिक हैं।
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट के लिए न्यूनतम जमा राशि 200 रुपये है और अधिकतम जमा राशि की कोई सीमा नहीं है। इस खाते में जमा अवधि 1 वर्ष से 5 वर्ष तक होती है। जमा अवधि के आधार पर ब्याज दरें 6.6% से 7.0 % प्रति वर्ष तक होती हैं। ब्याज सालाना देय है लेकिन इसकी गणना तिमाही की जाती है।
इसमें समयपूर्व निकासी (Premature withdrawal) की अनुमति है लेकिन कुछ शर्तों और दंड के अधीन। यह खाता व्यक्तिगत या संयुक्त रूप से खोला जा सकता है और इसमें नामांकन (nomination) की सुविधा भी उपलब्ध है।
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट सबसे बेहतरीन तरीका है अपने पैसे को डबल करने के लिए। अगर आप अभी इस योजना में निवेश करते है तो लगभग 10 साल में आपके पैसे डबल हो जाएंगे।
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट में निवेश करने का एक प्रमुख लाभ यह भी है कि यह भारत सरकार द्वारा समर्थित है, जो इसे एक सुरक्षित निवेश विकल्प बनाता है। इसके अलावा इस खाते पर अर्जित ब्याज भी आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत प्रति वित्तीय वर्ष 1.5 लाख रुपये की अधिकतम सीमा तक कर कटौती के लिए पात्र है।
हालांकि, यह ध्यान रखना भी जरुरी है कि पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट पर कमाया ब्याज कर के अधीन है, और निवेशकों को उनकी लागू आयकर दर पर अर्जित ब्याज पर कर का भुगतान करना होगा।
डाकघर मासिक आय योजना (Post Office Monthly Income Scheme) (MIS)
डाकघर मासिक आय योजना भारतीय डाक सेवा द्वारा दी जाने वाली एक निश्चित आय निवेश योजना है। यह योजना उन निवेशकों के लिए बढ़िया है जो अपने निवेश से एक स्थिर और नियमित आय चाहते हैं, क्योंकि यह योजना निवेशकों को एक गारंटी मासिक आय प्रदान करता है।
इस योजना के लिए न्यूनतम निवेश राशि 1,000 रुपये है, और अधिकतम निवेश राशि एकल खाते के लिए 4.5 लाख रुपये और संयुक्त खाते के लिए 9 लाख रुपये है। इस योजना की ब्याज दर वर्तमान में 7.1 % प्रति वर्ष है, जो मासिक देय है। निवेश की अवधि 5 साल है, जिसके बाद इसे और 5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।
यह योजना निवेशकों को एक नियमित और निश्चित आय प्रदान करती है, जो विशेष रूप से सेवानिवृत्त (retired) व्यक्तियों के लिए उपयोगी है जो अपने जीवन-यापन के खर्चों के लिए एक स्थिर आय की चाहत रखते हैं।
इसके अलावा डाकघर मासिक आय योजना में निवेश भारत सरकार द्वारा समर्थित है, जो इसे एक सुरक्षित निवेश विकल्प बनाता है।
अगर आप अपने पैसे को डबल करना चाहते है तो आप डाकघर मासिक आय योजना में निवेश कर सकते है। इस योजना के तहत आपका पैसा लगभग 10 साल में दुगना हो जाएगा।
पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड Public Provident Fund Account (PPF)
पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली एक लोकप्रिय दीर्घकालिक बचत योजना है और पीपीएफ खाता भारत में व्यक्तियों के बीच सबसे पसंदीदा निवेश विकल्पों में से एक है। यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है जो सरकार द्वारा समर्थित है।
पीपीएफ खाते में 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है जिसका मतलब निवेश किये गए पैसो को खाते से 15 साल की अवधि से पहले नहीं निकाला जा सकता है। हालांकि खाता खोलने के 7वें वर्ष से निकासी की अनुमति है।
यह खाता किसी व्यक्ति द्वारा या नाबालिग की ओर से भी खोला जा सकता है, इसमें नामांकन की सुविधा भी उपलब्ध है।
पीपीएफ खाते के लिए न्यूनतम निवेश राशि 500 रुपये प्रति वर्ष है, जबकि अधिकतम निवेश राशि 1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष है। पीपीएफ खाते पर ब्याज दर वर्तमान में 7.1% प्रति वर्ष है।
पीपीएफ खाते में निवेश करने का एक प्रमुख लाभ यह है कि यह आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत कर लाभ प्रदान करता है। इसके साथ पीपीएफ खाते पर अर्जित ब्याज भी कर-मुक्त है जो इसे अत्यधिक आकर्षक निवेश विकल्प बनाता है।
हालांकि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पीपीएफ खाते में 15 साल की लंबी लॉक-इन अवधि होती है और यह उन व्यक्तियों के लिए उपयुक्त नहीं है जो एक छोटी अवधि के निवेश विकल्प चाहते हैं।
इसके साथ पीपीएफ खाते में अधिकतम निवेश राशि की सीमा होती है, जो उन निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है जो बड़ी राशि का निवेश करना चाहते हैं।
पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड से आपके पैसे लगभग 10 साल में डबल हो जाएंगे। लेकिन इसकी लॉक इन अवधि 15 साल की है तो आप 15 साल बाद में अपने निवेश को प्राप्त कर सकते है। हालांकि 15 साल में आपका पैसा ढाई गुना बढ़ भी जाएगा।
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट National Savings Certificate (NSC)
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट एक निश्चित आय वाली निवेश योजना है जिसकी परिपक्वता अवधि (maturity period) 5 वर्ष है। NSC में की गई निवेश राशि निवेशक को 5 वर्ष की अवधि के अंत में ब्याज के साथ वापस कर दी जाती है।
NSC में निवेश को समय से पहले निकाला नहीं जा सकता है, जिसका मतलब है कि निवेशक को पूरे 5 साल की अवधि के लिए निवेश को होल्ड करना आवश्यक है।
इसकी ब्याज दर वर्तमान में 7.0% प्रति वर्ष है, जो वार्षिक रूप से संयोजित है। यह आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत कर लाभ भी प्रदान करता है। न्यूनतम निवेश राशि 100 रुपये है, और अधिकतम कोई सीमा नहीं है। यह खाता एक व्यक्ति या संयुक्त रूप से खोला जा सकता है और इसमें नामांकन सुविधा भी उपलब्ध है।
अपने पैसे को डबल करने के लिए आप NSC का इस्तेमाल कर सकते है। इसकी वर्तमान ब्याज दर में 7.0% प्रति वर्ष है तो इस स्कीम से आपका पैसा लगभग 10 साल में डबल हो जाएगा। तो आप इस स्कीम पर भी विचार कर सकते है।
किसान विकास पत्र Kisan Vikas Patra (KVP)
किसान विकास पत्र भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली एक बचत योजना है जिसका उद्देश्य दीर्घकालिक बचत को प्रोत्साहित करना और व्यक्तियों के लिए एक सुरक्षित निवेश विकल्प प्रदान करना है।
इस योजना का प्रबंधन डाक विभाग, भारत सरकार द्वारा किया जाता है और यह भारत भर के सभी डाकघरों में निवेश के लिए उपलब्ध है।
KVP की लॉक-इन अवधि 2.5 वर्ष है, जिसका मतलब है कि KVP में किए गए निवेश को 2.5 वर्ष की अवधि समाप्त होने से पहले वापस नहीं लिया जा सकता है। लॉक-इन अवधि के बाद जमा राशि ब्याज सहित निवेशक को वापस कर दी जाती है। KVP में किया गया निवेश आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर लाभ के लिए योग्य है। हालांकि निवेश पर अर्जित ब्याज कर योग्य है।
इसकी वर्तमान ब्याज दर 7.2% प्रति वर्ष है। यह स्कीम आपके निवेश को 124 महीनों अर्थात सिर्फ 10 वर्षों में दोगुना कर देती है। इसकी न्यूनतम निवेश राशि 1,000 रुपये है, और अधिकतम कोई सीमा नहीं है।
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) (SSY)
सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार द्वारा 2015 में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढाओ’ अभियान के एक भाग के रूप में शुरू की गई एक बचत योजना है। इस योजना का उद्देश्य माता-पिता को अपनी बेटी की शिक्षा और शादी के खर्चों के लिए बचत करने के लिए एक सुरक्षित निवेश विकल्प प्रदान करके बालिकाओं के कल्याण को बढ़ावा देना है।
इस योजना के तहत माता-पिता या अभिभावक 10 वर्ष से कम आयु की बालिका के नाम से खाता खोल सकते हैं। खाता पूरे भारत में किसी भी डाकघर में खोला जा सकता है। न्यूनतम निवेश राशि 250 रुपये है, और एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम निवेश राशि 1.5 लाख रुपये है।
योजना तब परिपक्व होता है जब बालिका 21 वर्ष की हो जाती है, या उसकी शादी की तारीख, जो भी पहले आती है।
इसकी वर्तमान ब्याज दर 7.6% प्रति वर्ष है। निवेश पर अर्जित ब्याज कर-मुक्त है, और योजना में किया गया निवेश आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर लाभ के लिए पात्र है। हालांकि, परिपक्वता राशि कर योग्य है।
इस योजना की ख़ास बात यह है कि यह निवेश के मामले में लचीलापन प्रदान करती है। माता-पिता या अभिभावक किसी भी समय और कितनी भी किश्तों में खाते में योगदान कर सकते हैं।
खाते को सक्रिय रखने के लिए आवश्यक न्यूनतम योगदान एक वित्तीय वर्ष में 250 रुपये है। हालांकि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि एक वित्तीय वर्ष में 1.5 लाख रुपये की अधिकतम सीमा से अधिक किए गए किसी भी योगदान पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा।
इस योजना की दूसरी ख़ास बात यह है कि यह उच्च शिक्षा या शादी के खर्चों के उद्देश्य से बालिका के 18 वर्ष के होने के बाद खाते से अधूरी निकासी की अनुमति देती है। निकाली जा सकने वाली अधिकतम राशि पूर्ववर्ती वित्तीय वर्ष के अंत में उपलब्ध शेष राशि का 50% है। सुकन्या समृद्धि योजना माता-पिता के लिए अपनी बेटी के भविष्य के लिए बचत करने का एक सुरक्षित निवेश विकल्प है।
निवेश के लिए और अपने पैसे को डबल करने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना एक बेहतर विकल्प है। इस योजना से आपकी राशि लगभग 9 साल में दुगनी हो जाएगी। लेकिन यह योजना केवल बालिकाओ के लिए ही है और केवल उन्ही के नाम से हो सकती है।
सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम Senior Citizen Savings Scheme (SCSS)
सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम भारत सरकार समर्थित बचत योजना है जिसे विशेष रूप से भारत में वरिष्ठ नागरिकों के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह योजना 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों को आय का एक नियमित स्रोत और निवेश पर उच्च रिटर्न प्रदान करती है। यह योजना पूरे भारत के डाकघर में उपलब्ध है।
सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम के तहत वरिष्ठ नागरिक न्यूनतम 1,000 रुपये और अधिकतम 15 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं। इस योजना की अवधि पांच वर्ष है, जिसे तीन वर्ष की अतिरिक्त अवधि के लिए बढ़ाया जा सकता है। सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम की ब्याज दर वर्तमान में 7.4% प्रति वर्ष है।
इस योजना की ख़ास बात यह है कि निवेश की पूरी अवधि के लिए ब्याज दर तय की जाती है, मतलब इसकी ब्याज दर स्थायी होती है। सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम में निवेश आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर लाभ के लिए पात्र है। हालांकि,निवेश पर अर्जित ब्याज कर योग्य है।
अपने पैसो को डबल करने के लिए यह भी एक बेहतरीन योजन है लेकिन यह सिर्फ वरिष्ठ नागरिको के लिए ही है। सीनियर सिटिजंस सेविंग्स स्कीम में स्थायी ब्याज दर 8.0 % प्रतिवर्ष है जिससे आपका पैसा 9 साल में दुगना हो जाएगा।
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डाकघर आवर्ती जमा खाता Post Office Recurring Deposit Account (RD)
डाकघर आवर्ती जमा खाता एक बचत योजना है जो निवेशकों को नियमित आधार पर एक निश्चित राशि बचाने की अनुमति देती है। यह योजना उन व्यक्तियों के लिए आदर्श है जो किसी खास उद्देश्य, जैसे शादी, शिक्षा, या किसी अन्य अल्पकालिक वित्तीय लक्ष्य के लिए पैसा बचाना चाहते हैं। यह योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित है और इसे डाकघर द्वारा संचालित किया जाता है।
डाकघर आरडी योजना के तहत एक निवेशक प्रति माह न्यूनतम 100 रुपये जमा कर सकता है, जमा राशि की अधिकतम सीमा नहीं है। योजना का कार्यकाल पांच वर्ष है, और ब्याज दर वर्तमान में 5.8% प्रति वर्ष है। इसके अलावा निवेश पर अर्जित ब्याज कर योग्य है।
- एफडी के नुकसान क्या है
- एफडी कितने प्रकार की होती है
- एफडी कितने साल में डबल होती है
- एफडी पर कौन सा बैंक कितना ब्याज देता है
डाकघर आरडी योजना के प्रमुख लाभों में से एक यह है कि यह निवेशकों के लिए एक लचीला निवेश विकल्प प्रदान करता है। निवेशक अपनी वित्तीय क्षमताओं के आधार पर किसी भी राशि का मासिक जमा करने का चुनाव कर सकता हैं।
यह योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित एक सुरक्षित निवेश विकल्प भी प्रदान करती है। यह योजना भारत भर के लगभग सभी डाकघरों में उपलब्ध है।
डाकघर आवर्ती जमा खाते में 5.8% प्रति वर्ष ब्याज दर मिलती है जो कम तो है लेकिन अगर आप अपने पैसे को इसमें निवेश करना चाहते है तो आपके पैसे लगभग 12 साल में डबल हो जाएंगे।
Post Office Schemes In Hindi 2023
क्रम संख्या | स्कीम | ब्याज दर |
1 | पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट | 4.0% |
2 | 1 साल टाइम डिपाजिट | 6.6% |
3 | 2 साल टाइम डिपाजिट | 6.8% |
4 | 3 साल टाइम डिपाजिट | 6.9% |
5 | 5 साल टाइम डिपाजिट | 7.0% |
6 | मंथली इनकम अकाउंट | 7.1% |
7 | पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड स्कीम | 7.1% |
8 | नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (VIII Issue) | 7.0% |
9 | किसान विकास पत्र | 7.2% |
10 | सुकन्या समृद्धि अकाउंट स्कीम | 7.6% |
11 | सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम | 8.0% |
12 | 5 साल रेकरिंग डिपाजिट स्कीम | 5.8% |
FAQs
पोस्ट ऑफिस में एफडी कितने साल में डबल होती है?
पोस्ट ऑफिस में एफडी लगभग 10 साल में डबल हो जाती है।
पोस्ट ऑफिस में पैसा कितने दिन में डबल होता है?
पोस्ट ऑफिस में पैसा लगभग 3,650 दिन में डबल हो जाता है।
पोस्ट ऑफिस में ₹ 1000 जमा करने पर 1 साल में कितना मिलेगा?
पोस्ट ऑफिस में 1000 रूपये जमा करने पर 1 साल में लगभग 1066 रूपये के करीब मिलेगा।
पोस्ट ऑफिस में 50000 जमा करने पर 5 साल में कितना मिलेगा?
पोस्ट ऑफिस में 50000 जमा करने पर 5 साल में लगभग 67500 रूपये मिलेंगे।
पोस्ट ऑफिस में 100000 जमा करने पर 5 साल में कितना मिलेगा?
पोस्ट ऑफिस में 100000 जमा करने पर 5 साल में लगभग 135000 रूपये मिलेंगे।
पोस्ट ऑफिस में ₹ 100000 पर कितना ब्याज मिलता है?
पोस्ट ऑफिस में 100000 पर कितना ब्याज मिलता है यह इस पर निर्भर करता है की आपने कौनसी स्कीम ली है और कितने समय के लिए ही है।
क्या मैं पोस्ट ऑफिस में 5 साल में अपना पैसा दोगुना कर सकता हूं?
नहीं, पोस्ट ऑफिस में कोई भी ऐसी स्कीम नहीं है जिससे 5 साल में पैसे दुगना कर सके।
उम्मीद है की यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी रहा होगा। और अब आप समझ गए होंगे की पोस्ट ऑफिस में कितने साल में पैसा डबल होता है? अगर अब भी आपका पोस्ट ऑफिस स्कीम से सम्बंधित कोई भी सवाल हो तो आप हमे नीचे कमेंट करके पूछ सकते है।
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