दोस्तों आपने कभी न कभी कही न कहीं ये तो सुना होगा की पोस्ट डेटेड चेक मिला है या किसी को दिया है, इससे मन में सवाल आता है की ये पोस्ट डेटेड चेक क्या होता है, इसमें क्या खास होता है? इस तरह के सवाल हमारे मन में आते है। की ये क्या होता है तो दोस्तों आप कहीं मत जाइये आपको हमारे इस आर्टिकल में आगे की तारीख वाले चेक से संबंधित सभी जानकारी मिलेगी।
चेक क्या होता है? चेक कितने प्रकार के होते है?
पोस्ट डेटेड चेक क्या होता है?
पोस्ट डेटेड चेक एक ऐसा चेक होता है, जिसके द्वारा भुगतान करने का एक समय निश्चित कर दिया जाता है। अर्थात यदि कोई व्यक्ति किसी को चेक देता है तो वह उस चेक पर एक निर्धारित तारीख लिख देता है जिसके पूरे होने के बाद ही चेक को भुंवाया जा सकता है।
पोस्ट डेटेड चेक एक चेक होता है जिसमें पैसे का भुगतान करने वाले व्यक्ति द्वारा चेक पर एक तारीख लिख दी जाती है जिसके पूरे होने के बाद ही पेयी द्वारा (यानी कि वह व्यक्ति जो पैसे लेगा) इस चेक को भुंवाया जा सकता है। इस तारीख के पूरे होने से पहले वह इस चेक को नहीं भुनवा सकता है।
आसान शब्दों में कहे तो आगे की तारीख वाला चेक वह चेक है, जिसमे drawee द्वारा payee को भुगतान करने के लिए चेक में एक निश्चित तारीख लिख दी जाती है, इस तारीख के पूरा होने के बाद ही पेयी द्वारा इस चेक को बैंक जाकर भुंवाया जा सकता है इस तारीख से पहले वह इस चेक को भुनवा नही सकता है।
पोस्ट डेटेड चेक कैसे बनता है?
पोस्ट डेटेड चेक बनाने के लिए आपको एक चेक लेना होगा और उस चेक में पेयी का नाम तथा अपना हस्ताक्षर और अमाउंट भर देना और इस चेक में एक खास बात का ध्यान देना होता है, इस चेक में तारीख का ध्यान देना होता है। पोस्ट डेटेड चेक को यदि आप 1 जनवरी को बनाते है और आप चेक पर तारीख 23 जनवरी की डालते है, तो यह चेक पोस्ट डेटेड चेक होता है।
यह आपने बनाया तो पहले लेकिन तारीख बाद की डाली यह पोस्ट डेटेड चेक होता है।
इस चेक में केवल आपको तारीख का ध्यान देना होता है, अब पेयी इस चेक को उस तारीख से पहले नहीं निकाल सकता जब की तारीख लिखी गयी है। यह चेक दी गई तारीख के दिन या उसके बाद भुंवाया जा सकता है।
पोस्ट डेटेड चेक के लाभ क्या होते है?
भुगतान का अधिक समय – पोस्ट डेटेड चेक द्वारा व्यक्ति को भुगतान करने का और अधिक समय मिल जाता है। वह थोड़ा और समय भुगतान करने का ले लेता है।
संतुष्टि – पोस्ट डेटेड चेक द्वारा पेयी को संतुष्टि मिल जाती है की उसकी पेमेंट उसको दे दी गयी है अभी उसके पास कैश में तो नहीं पर लिखित रूप में है। वह कुछ समय बाद उसको निकाल सकता है।
सेविंग – पोस्ट डेटेड चेक द्वारा पेयी का पैसा सेव होता है क्योंकि पैसे जब व्यक्ति के पास होते है तो वह उन्हें खर्च कर ही देता है, पोस्ट डेटेड चेक में व्यक्ति के पास पैसा तो है परन्तु वह उन्हें अभी खर्च नहीं कर सकता वह पैसा पेयी का अभी सेव है।
पोस्ट डेटेड चेक के नुकसान क्या होते है ?
अधिक समय – पोस्ट डेटेड चेक से पेमेंट होने में समय का अधिक उपयोग होता है यह चेक जल्दी भुंवाया नही जा सकता है, क्युकी इसमें एक तारीख लिखी होती है।
बाध्यता – पोस्ट डेटेड चेक में एक बाध्यता होती है की यह चेक दी गई तारीख से पहले नहीं भुंवाया जा सकता है इसमें यह एक बाध्यता होती है।
दोस्तों उम्मीद है की आपको पोस्ट डेटेड चेक से सम्बंधित सभी सवालो के जवाब मिल गए होंगे।
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