क्या आपका भी किसी बैंक में सेविंग अकाउंट है और आप जानना चाहते है की क्या बैंक में जमा मेरा पैसा सुरक्षित है या नहीं? तो आप बिल्कुल ठीक जगह पर आए है। इस आर्टिकल में हम बात करेंगे की क्या बैंक में पैसा सुरक्षित है?
भारत में 80% से ज्यादा बैंक खाताधारक है जिनका सरकारी या प्राइवेट बैंक में बचत या चालू खाता है। लोग अपना पैसा जो उन्होंने महीने भर कटौती करके बचाया है उसे बैंक अकाउंट में रखते है जिससे उनके पैसे सुरक्षित रहे और इसके साथ उन्हें उस पर कुछ ब्याज भी मिल जाए। लेकिन कई बार भारत में बैंकों पर ऐसा संकट आया है की वह दिवालिया हो गए।
इससे उस दिवालिया बैंक के लाखो खाताधारक का पैसा बैंक के साथ डूब जाता है। इस स्थिति में बैंक के साथ वह लाखो ग्राहक भी बर्बाद हो जाते है जिनकी जिंदगी भर का पैसा उस बैंक में था। ऐसे में कुछ लोग अपना मानसिक संतुलन खो बैठते है तो कुछ लोग आत्महत्या कर लेते है।
इसके बाद जब अन्य बैंक खाताधारक इन खबरों को सुनते है तो उनके मन एक एक सवाल आता है की क्या बैंक में पैसा सुरक्षित है? यह सवाल बिल्कुल उचित है क्योंकि एक खाताधारक अपनी मेहनत की कमाई को बैंक में रखता है तो उसे इस सवाल को करने के पूरा अधिकार है।
जब से PMC बैंक घोटाला लोगो के सामने आया है तब से लोग अपने बैंक खाते में जमा पैसो को लेकर चिंतित है की हमारी मेहनत का पैसा भी न डूब जाए। चंद लोगो के लालच ने कई लोगो के घर परिवार को तबाह कर दिया है। पीएमसी बैंक घोटाले के बाद कई ग्राहकों ने सदमे में आकर अपनी जान दे दी है तो कईयों की शादी, परिवार और व्यापर भी टूट गए।
अगर आपका भी किसी बैंक में सेविंग अकाउंट है और आप जानना चाहते है की क्या बैंक में पैसा सुरक्षित है या नहीं तो आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है। इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप अच्छी तरह बैंक के नियम और आरबीआई के नियम में समझ जाएंगे जो आपको बहुत मदद करेंगे की आपको क्या करना है।
आज इस आर्टिकल में आपको विस्तार से बताया जाएगा की क्या बैंक में पैसा सुरक्षित है? अगर आप अपने पैसे की चिंता करते है और इस विषय से संबंधित प्रत्येक जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक पूरा पढ़े।
क्या बैंक में पैसा सुरक्षित है?
दोस्तों प्रत्येक सरकारी और प्राइवेट बैंक खाताधारक के खाते में रखे पैसो की सुरक्षा के लिए DICGC से बीमा कराता है जिसकी बैंक हर महीने या तिमाही में किश्त भी भरता है। इससे उस बैंक के खाताधारक का पैसा कुछ हद तक सुरक्षित हो जाता है। भविष्य में अगर बैंक का लाइसेंस कैंसिल होता है या फिर बैंक दिवालिया हो जाता है तब DICGC उस बैंक के ग्राहकों को उनका पैसा देता है लेकिन इसमें कुछ शर्ते शामिल है।
अच्छी बात यह है की भारत के लगभग सभी बैंकों ने DICGC से बीमा कराया हुआ है लेकिन बुरी बात यह है की DICGC भी खाताधारक का पूरा पैसा वापस नहीं करता है। DICGC प्रत्येक बैंक खाताधारक को 5 लाख रूपये तक का ही बीमा कवर देता है। अगर आपके सेविंग अकाउंट में इससे ज्यादा पैसा है तो उससे DICGC को कोई मतलब नहीं है।
आइये इसे उदाहरण से समझते है।
अगर आपका किसी बैंक में एक सेविंग अकाउंट है जिसमे 3 लाख रूपये जमा है। इसके साथ आपने उस बैंक में 10 लाख रूपये का फिक्स्ड डिपाजिट भी कराया हुआ है। इसके साथ आपने इस बैंक में 4 लाख का आरडी कराया हुआ है तो इस प्रकार आपका इस बैंक में कुल पैसा 17 लाख रूपये हो गया।
इसके बाद किसी कारणवश आपका बैंक दिवालिया हो जाता है और फिर जब आप अपने बैंक से पैसा मांगते है तो बैंक तो आपको पैसे वापस कर नहीं सकता है क्योंकि बैंक तो दिवालिया हो गया है लेकिन DICGC आपको पैसे देता है और DICGC आपके सभी अकाउंट को जोड़ कर केवल 5 लाख रूपये ही देगा। इसके बाद आपके बाकी के पैसे आपको कभी भी नहीं मिलेंगे। वह पैसे बैंक के साथ ही डूब जाएंगे।
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बैंक में अपने पैसे को सुरक्षित कैसे रखे?
लघु एवं सहकारी बैंक से दूर रहे: लघु एवं सहकारी बैंक (small and cooperative bank) अपने ग्राहकों को ज्यादा ब्याज दर प्रदान करते है लेकिन इन बैंकों में जोखिम भी ज्यादा होता है और कुछ बैंक DICGC का बीमा भी नहीं लेते है तो ऐसे में बैंक के डूबने पर आपको 1 रुपया भी नहीं मिलेगा। इसीलिए लघु एवं सहकारी बैंक में खाता खुलवाने से दूर रहे।
छोटे बैंकों से बचे: आम तौर पर बड़े बैंक के डूबने की सम्भावना छोटे बैंक की तुलना में बहुत कम होती है और अगर फिर भी बैंक डूब जाए तो सरकार बड़े बैंक को डूबने नहीं देती है क्योंकि इससे लोगो का बैंकों पर से विश्वास उठ जाता है और इससे अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसीलिए सरकार ऐसे बैंको को डूबने नहीं देती है और उन्हें फंडिंग करती है।
बचत खाते में अधिक पैसा जमा न करें: अगर आपका एक सेविंग अकाउंट है जिसमें आप पैसा जमा करते है तो आप उसमें अधिक पैसा जमा न करें। क्योंकि अधिक पैसा जमा करने से आपको कुछ फायदा नहीं होगा। क्योंकि इसमें ब्याज आपको न के बराबर मिलता है और पैसा डूबने का खतरा भी रहता है।
आपका मासिक बजट जितना है उससे 3 गुना पैसे ही सेविंग खाते में रखे जैसे आपका मासिक बजट 20 हजार रूपये का है तो आप 60 हजार रूपये ही बैंक खाते में रखे जो आपातकालीन स्थिति में काम आ सके। इससे अधिक पैसे सेविंग अकाउंट में रखना मूर्खता है।
एक बैंक में एक से अधिक खाता न खोलें: आप एक बैंक में एक से अधिक खाता न खोलें। क्योंकि जब बैंक का दिवालिया होता है तो बैंक ग्राहक के सभी बैंक खातों को एक मानता है और एक निश्चित धनराशि ही देता है जैसे अगर आपने एक बैंक में 3 अलग अलग अकाउंट खोलें है और उन तीन खातों में कुलमिलाकर 15 लाख रुपए है तो आपको केवल 5 लाख रुपए ही मिलेंगे। लेकिन अगर आप 15 लाख रुपए को 3 अलग अलग बैंक में रखते है तो फिर बैंक का दिवालिया होने पर भी आपका पैसा सुरक्षित है।
अलग अलग बैंक में एफडी और आरडी करें: अगर आप बैंक में सेविंग अकाउंट के साथ साथ एफडी और आरडी भी करना चाहते है तो आप एक ही बैंक में ये सब न करें। क्योंकि बैंक के दिवालिया होने पर DICGC आपके सभी खातों को एक ही मानता है और आपको 5 लाख रुपए के अतिरिक्त और कुछ नहीं मिलेगा। फिर चाहे आपने 10 लाख रुपए की एफडी कराई हो। अगर आप एफडी और आरडी कराना चाहते है तो अलग अलग बैंक में एफडी और आरडी कराए।
FAQs
क्या सरकारी बैंक में पैसा सुरक्षित है?
हाँ, आपका पैसा सरकारी बैंकों में ही सबसे ज्यादा सुरक्षित है।
क्या प्राइवेट बैंक में पैसा सुरक्षित है?
अगर प्राइवेट बैंक बड़ा है और विश्वास योग्य है तो हाँ।
क्या स्माल फाइनेंस बैंक में पैसा सुरक्षित है?
स्माल फाइनेंस बैंक में जोखिम ज्यादा होता है।
बैंक के दिवालिया होने पर कितने पैसे वापस मिलते है?
बैंक के दिवालिये होने पर 5 लाख रुपए तक ही वापस मिलते है।
अगर बैंक DICGC की प्रीमियम न भरे तो क्या होगा?
अगर बैंक DICGC की 3 महीने तक प्रीमियम नहीं भरता है तो DICGC इस बात को अखबार में छपवा देता है जिससे उसके ग्राहकों को यह खबर मिल जाए। की उनका पैसा DICGC के द्वारा सुरक्षित नहीं है।
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