फिक्स्ड डिपॉजिट भारतीयों के बीच सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्पों में से एक है। एफडी करने से पहले हर कोई एफडी के फायदे को देखता है लेकिन कोई भी यह नहीं देखता है की एफडी के नुकसान क्या है।
आज हम एफडी के नुकसानों को देखेंगे, जो आपको एफडी कराते समय देखने को मिलते है। वैसे एफडी के नुकसान ज्यादा तो नहीं होते है लेकिन दुनिया में प्रत्येक चीज़ के फायदे और नुकसान दोनों होते है।
जब बात निवेश करने की आती है तो प्रत्येक भारतीय की पहली पसंद एफडी ही होती है क्योंकि एफडी सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प है जहाँ पर रिटर्न मिलने की गारंटी होती है। इसके साथ एफडी करना बेहद आसान भी होता है।
शेयर बाजार की तरह आपको इसमें अधिक दिमाग लगाने की जरुरत नहीं होती है और न ही बाजार में होने वाले उतर चढ़ाव का खतरा होता है लेकिन प्रत्येक चीज़ जिसका फायदा होता है, उसका नुकसान भी होता है और आज हम इसी पर चर्चा करने वाले है।
एफडी के नुकसान क्या है, इस आर्टिकल में आपको विस्तार से बताया जाएगा। तो अगर आप भी एफडी में निवेश करने की सोच रहे है तो आपको एफडी में निवेश करने से पहले इस आर्टिकल को जरूर पढ़ना चाहिए। यह आर्टिकल आपके निवेश को बेहतर बना सकता है।
अगर आप जानना चाहते है की एफडी कितने साल में डबल होती है, तो आप हमारे पिछले आर्टिकल को पढ़ सकते है। इसमें आपको एफडी डबल करने का तरीका बताया गया है।
एफडी के नुकसान क्या है?
फिक्स्ड डिपॉजिट भारत में लोगों के लिए सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्पों में से एक है। वे कम जोखिम वाले हैं, गारंटीड रिटर्न देते हैं, और खोलने में आसान हैं। हालांकि, एफडी के कुछ नुकसान भी हैं जिनके बारे में निवेशकों को अपना पैसा निवेश करने से पहले पता होना चाहिए। FD के कुछ मुख्य नुकसान इस प्रकार हैं।
- कम रिटर्न: एफडी का एक मुख्य नुकसान यह है कि वे म्यूचुअल फंड या स्टॉक जैसे अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में अपेक्षाकृत कम रिटर्न देते हैं। एफडी पर ब्याज दर तय होती है और आमतौर पर इक्विटी निवेश से अर्जित रिटर्न से कम होती है। जबकि एफडी को एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, वे उच्च रिटर्न की तलाश करने वालों के लिए सबसे अच्छा विकल्प नहीं हो सकते हैं।
- महंगाई: एफडी का एक और नुकसान यह है कि उन पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है। करों और महंगाई को ध्यान में रखने के बाद, एफडी पर वास्तविक रिटर्न विज्ञापित ब्याज दर से कम हो सकता है। एफडी महंगाई के समय में पैसे के मूल्य को कम कर सकती है, और एफडी से कम रिटर्न महंगाई को बनाए रखने में सक्षम नहीं हो सकता है।
- सीमित तरलता: एफडी की एक निश्चित लॉक-इन अवधि होती है, और परिपक्वता तिथि से पहले धन निकालने पर दंड और ब्याज दरों में कमी हो सकती है। यह म्युचुअल फंड या स्टॉक जैसे अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में एफडी को कम तरल बनाता है, जिसे बिना दंड के कभी भी बेचा जा सकता है।
- सीमित ब्याज दर: एफडी पर ब्याज दर निवेश के समय तय होती है। यदि FD की अवधि के दौरान ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो निवेशक अधिक रिटर्न अर्जित करने का अवसर खो सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि निवेश के समय तय की गई निश्चित ब्याज दर वही रहेगी, और निवेशक को उच्च ब्याज दरों से लाभ नहीं होगा।
- सीमित लचीलापन: अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में एफडी लचीली नहीं होती है। एक बार निवेश हो जाने के बाद, इसे संशोधित (modified) या समायोजित (adjusted) नहीं किया जा सकता है। एफडी की अवधि के लिए निवेशक निवेश में बंद रहता है, और बाजार में बदलाव या निवेश के नए अवसरों का लाभ नहीं उठा सकता है।
- कर लगाना: एफडी का एक और नुकसान यह है कि उन पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है। एफडी पर अर्जित ब्याज कर योग्य होता है, जो रिटर्न को काफी कम कर देता है। एफडी पर टैक्स की दर निवेशक के टैक्स स्लैब पर आधारित होती है और यह 30% तक हो सकती है।
- न्यूनतम जमा राशि: अधिकांश बैंकों और वित्तीय संस्थानों में एफडी के लिए न्यूनतम जमा राशि की आवश्यकता होती है। यदि आप इस आवश्यकता को पूरा नहीं कर सकते हैं, तो आप FD में निवेश करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं।
अतः एफडी अपने कम जोखिम और गारंटीड रिटर्न के कारण एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है। हालांकि, निवेशकों को एफडी की सीमाओं के बारे में पता होना चाहिए, जिसमें कम रिटर्न, महंगाई, सीमित तरलता, ब्याज दर सीमित और सीमित लचीलापन शामिल हैं। एफडी में निवेश करने से पहले आप ऊपर बताए गए बातो पर विचार कर सकते है।
एफडी में निवेश करने से पहले यह जरूर पता करें की एफडी पर कौन सा बैंक कितना ब्याज देता है? इसके लिए आप हमारे पिछले आर्टिकल को पढ़ सकते है या फिर आप बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते है।
निष्कर्ष
उम्मीद है की इस आर्टिकल को पढ़कर आप समझ गए होंगे की एफडी के नुकसान क्या है? एफडी में निवेश करने से पहले आपको एफडी के फायदों के साथ साथ नुकसानों के बारे में भी पता होना चाहिए। अगर आपने भी एफडी में कभी कोई नुकसान उठाया है तो आप हमे नीचे कमेंट करके बता सकते है।